
आदर्श स्वास्थ्य क्रांति क्या है और यह क्यों अनिवार्य है?
टाइप टू डाइबिटीज़ से बच सकते हैं। आप कैंसर, हृदय रोग, अल्ज़ाइमर्स या किसी भी अन्य दीर्घकालीन रोग की वजह से मरने से बच सकते हैं। दीर्घायु होने के लिए आपको इलाज पर ढेरों पैसे ख़र्च करने की ज़रूरत नहीं है। आपको चालीस, पचास, साठ या सत्तर साल की उम्र में बूढ़ा महसूस करने की ज़रूरत नहीं है।
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ज़िंदगी में ऊर्जा बढ़ाने और जीवनआशा को बेहतर बनाने के काम में कभी देर नहीं होती। इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आज आपकी उम्र क्या है। फ़र्क़ तो इस बात से पड़ता है कि आप आदर्श स्वास्थ्य क्रांति के प्रति कितने समर्पित हैं। निश्चित रूप से, जो लोग बचपन से (या गर्भ से ही) इस क्रांति में शामिल होते हैं उन्हें सबसे ज़्यादा लाभ होगा, लेकिन इसमें कोई भी, कभी भी शामिल हो सकता है।
इसके लिए कभी देर नहीं होती। आदर्श स्वास्थ्य क्रांति जीवनशैली को इस तरह बदलने की प्रक्रिया है, ताकि आप ज़्यादा लंबी ज़िंदगी जी सकें और ज़्यादा स्वस्थ रह सकें - ताकि आप ऊर्जा और स्कूर्ति से भरा जीवन जी सकें। हाँ, मैं जानता हूँ।
मैं जानता हूँ, मैं जानता हूँ, मैं जानता हूँ। चिकित्सा के क्षेत्र में कई नीमहक़ीम, धोखेब़ाज और मतलबपरस्त लोगों ने अपने प्रॉडक्ट के प्रचार-प्रसार के लिए “क्रांतिकारी” शब्द का इस्तेमाल किया है। प्लास्टिक और एल्युमीनियम का सस्ता उपकरण, जो सिर्फ़ साठ सेकंड में बारह-पैक एब्स का लाभ देता है? फ़िटनेस क्रांति! एक छोटी गोली, जो कई पौंड वज़न गर्म मक्खन की तरह पिघला देती है (यह दीगर बात है कि इसका इस्तेमाल करने वाले कुछ लोगों के हार्ट-वॉल्व में स्थायी नुक़सान हो जाता है)? वज़न या मोटापा कम करने वाली क्रांति! एक डाइट बुक, जो आपको बताती है
कि आप हर दूसरे गुरुवार को नारंगी सब्ज़ियाँ खाएं और बाक़ी दिन जंगली शेर की तरह खाएँ-पिएँ? पोषण क्रांति! लेकिन हम सभी जानते हैं कि सच्ची क्रांति कोई भड़कीला विज्ञापन या तुरत-फुरत समाधान या जुनून नहीं होता है। क्रांति की शुरुआत तो हमारे सोचने के तरीक़े में बुनियादी परिवर्तन से होती है। यह दुनिया को समझने के नए तरीक़े से शुरू होती है।
समझ विश्वास बन जाती है। और विश्वास उस तरीक़े को बदल देता है, जिससे हम बाद में जीते और व्यवहार करते हैं। आदर्श स्वास्थ्य क्रांति वास्तविक है। आधुनिक देशों के सबसे जानलेवा दीर्घकालीन रोगों के बुनियादी कारण की हमारी समझ में आमूलचूल परिवर्तन हुआ और यहीं से यह क्रांति शुरू हुई।
इस नई समझ से हमें यह पता चला कि हममें से हर व्यक्ति को लंबे, स्वस्थ जीवन का सर्वश्रेष्ठ अवसर कैसे मिल सकता है। और सबसे अच्छी ख़बर यह है कि इस क्रांति में शामिल होना आसान और सस्ता है। आप चाहे जितने व्यस्त हों, आप यह काम कर सकते हैं। आपकी ज़िंदगी चाहे जितनी तनावपूर्ण हो, आप यह काम कर सकते हैं - इससे आपका तनाव बढ़ने के बजाय कम हो जाएगा।
यह ज़रूरी नहीं है कि आप एक रात में ही हर चीज़ बदल दें। आप इन परिवर्तनों को अपने (और अपने परिवार के) जीवन में धीरे-धीरे उतार सकते हैं। यह एक अहिंसक क्रांति है। आपसे इस दिशा में पहला क़दम उठवाना ही मेरे लिए सबसे मुश्किल है। जब आप अपनी वर्तमान जीवनशैली के ख़िलाफ़ बग़ावत करने का फ़ैसला कर लेते हैं, तो सर्वश्रेष्ठ सेहत - आदर्श स्वास्थ्य - की राह आपके हर अगले क़दम के साथ ज़्यादा आसान होती जाती है। यह एक बेहतरीन यात्रा है,
क्योंकि आपको राह में बहुत सी अच्छी चीज़ें मिलेंगी : अच्छी सेहत, ऊर्जा, शारीरिक क्षमता में वृद्धि, रोग से छुटकारा, अपने परिजनों और मित्रों के साथ ज़्यादा चीज़ें करने की स्वतंत्रता, शौक़ों और खेलों में ज़्यादा शामिल होने की स्वतंत्रता और वे सभी चीज़ें, जिनसे आप सबसे ज़्यादा प्रेम करते हैं।
इसके अलावा, आप बीमारी के कष्ट और असमय बुढ़ापे के दर्द से भी बच जाएँगे। ऐसा लगता है कि यह विकल्प चुनना, यह क़दम उठाना बड़ा ही आसान है। बहरहाल, मुझे मालूम है कि कई लोग असफल नुस्ख़े आज़माने के बाद इतने हताश हो चुके हैं
या फिर “विशेषज्ञों” की लगातार बहस से इतने दुविधाग्रस्त हो चुके हैं कि उन्होंने उम्मीद ही छोड़ दी है। यह क्रांति आपको निराशा से ऊपर उठने, दुविधा के पार पहुँचने और हानिकारक फ़ैशन (fad) पर आधारित सेहत-और-फ़़िटनेस संस्कृति को नष्ट करने के लिए आमंत्रित करती है, जो आपसे पैसा तो ले लेती है, लेकिन बदले में असफलता के सिवा कुछ नहीं देती है। क्रांति? या एक और अस्थायी फैशन? इस वक़्त आप मन ही मन यह सवाल पूछ रहे होंगे : यह आदमी कौन है और मैं कैसे यक़ीन कर लुँ कि यह एक और नई फ़ैशनेबल चीज़ का प्रचार नहीं कर रहा है? देखिए, मुझे उम्मीद है कि आप यह सवाल पूछ रहे होंगे। स्वास्थ्य क्रांति में शामिल होने के लिए स्वस्थ संदेह जरूरी है।
मेरा जवाब यह है। मैं ड्यूक जॉनसन, एम .डी. हूँ। मुझे फ़ैशनेबल छलावों से नफ़रत है - ख़ास तौर पर अगर उनकी वजह से लोगों को नुक़सान हो। इससे भी बढ़कर, मुझे चिकित्सा संबंधी अनूठा वैश्विक दृष्टिकोण हासिल करने का अवसर और सौभाग्य मिला है। मैं दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया के एक अग्रणी मेडिकल इंस्टीट्यूट में बारह साल से ज़्यादा समय से काम कर रहा हूँ।
यहाँ मैं पहले मेडिकल एडवाइज़र था और अब मेडिकल डायरेक्टर हूँ। हमारे इंस्टीट्यूट में दुनिया भर के लोग एक हफ़्ते तक चलने वाले स्वास्थ्य मूल्यांकनों और निर्देशों के लिए आते हैं। (आपका सालाना मेडिकल चेकअप करते वक़्त आपका पारिवारिक डॉक्टर आपको कितना समय देता है - ज़्यादा से ज़्यादा पंद्रह मिनट और वह भी तब, जब उसका धंधा मंदा चल रहा हो)।
हमारे इंस्टीट्यूट में क्लाएंट्स के पूरे शरीर का मूल्यांकन किया जाता है। इनमें आधुनिकतम निवारक ब्लड पेनल्स जैसी चीज़ें होती हैं। क्लाएंट्स को स्वास्थ्य संबंधी निर्देश दिए जाते हैं, जो दीर्घकालीन रोग की रोकथाम पर केंद्रित होते हैं। मैंने बहुत से देशों के हज़ारों लोगों की जाँच और मूल्यांकन किया है, इसलिए मैं उनके पारंपरिक खान-पान, मान्यताओं और जीवनशैलियों को अच्छी तरह समझता हूँ।
जब हमारे क्लाएंट्स अपने-अपने देश लौट जाते हैं और हमारी सलाह पर चलते हैं, तो कुछ समय बाद हम उनकी दोबारा जाँच और मूल्यांकन करवाते हैं। बहुत कम डॉक्टरों को यह मौक़ा मिल पाता है। मेरे दैनिक काम में यह भी शामिल है कि मैं अनेक संस्कृतियों से प्रभावित अलग-अलग जीवनशैलियों को एकीकृत करूँ और उन्हें आदर्श स्वास्थ्य के अनुरूप डालें। इस अनुभव से हमें दीर्घकालीन रोग संबंधी विशेष ज्ञान मिला, जो ज़्यादातर चिकित्सकों को नहीं मिल पाता है। इसके अलावा मैंने दुनिया भर की काफ़ी सैर की है - भाषण देने के लिए भी और काम के सिलसिले में भी।
मैने हर महाद्वीप (जहाँ पर लोग रहते हैं) की यात्रा की है और वहाँ के लोगों के स्वास्थ्य का मूल्यांकन किया है। मैंने संसार की दर्जनों चिकित्सा पद्धतियों का अध्ययन किया है। अंत में मैं इस नतीजे पर पहुँचा कि उन सभी में कमियाँ हैं और आदर्श चिकित्सा पद्धति कहीं मौजूद नहीं है। बहरहाल, इस अनुभव से मुझे कुछ रोचक और अनूठी ज्ञानवर्धक बातें पता चलीं। इस पुस्तक का उद्देश्य आपको वही ज्ञानवर्धक बातें बताना है, ताकि आप अपनी व्यस्त जीवनशैली के बावजूद दीर्घकालीन रोग से बचे रह सकें। और यहाँ पर इस पुस्तक के लगभग नौ सौ वैज्ञानिक संदर्भ हमारी बात की पुष्टि करते हैं।