Written by Ganpat Ram » Updated on: June 17th, 2025
1 दिन में पीरियड कैसे लाये (पीरियड्स जल्दी लाने के उपाय)
दोस्तों ऐसे कई तरीके है जिसको आजमा कर 1 दिन में आसानी से पीरियड ला सकते है अगर आप किसी गोली से पीरियड लाना चाहते है तो आप unwanted 72 का इस्तेमाल भी कर सकते है
● संभोग – पीरियड्स जल्दी लाने में संभोग सबसे अहम भूमिका निभाता है । शारीरिक संबंध बनाने से हार्मोन्स का नियमन होता हैं । तनाव से मुक्ति मिलती हैं । जो पीरियड चक्र को नियमित लाने में कारगर होता है ।
● दाना मैंथी को पानी में भिगोकर रख दें। फिर पानी छिनकर पीने महावारी जल्दी आने में सहायक होती है
● अनार का जूस – अनार का जूस कम से कम दिन में दो बार पी लेना चाहिए।इसकी की तासीर गरम होती है।
● तिल के लड्डू या गुड़ और तिल की गजक भी बहुत ही गुणकारी होती है।
पीरियड्स में जल्दी लाने की आवश्यकता क्यों होती हैं ?
अब यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि मासिक धर्म ( Periods ) को जल्दी लाने की आवश्यकता क्यों होती है । इनके पीछे कई कारण हो सकता है । पर मुख्य रूप से कारण इस प्रकार है –
● स्तनपान – माँ बनने के बाद स्तनपान सबसे अहम होता है लेकिन लेकिन स्तनपान के दौरान मासिक धर्म चक्र अनियमित हो जाता है । जिसका मुख्य कारण शारिरिक रूप से हार्मोन के बदलाव होता है ।
● प्रेग्नेंसी को टालने के लिए – महिलाओं को प्रेग्नेंट होने डर सताता रहता है । एक से दूसरे बच्चे के बीच गेप रखने के लिए जल्दी पीरियड्स लाने का प्रयास करती हैं ।
● अनियमित मासिक चक्र – महिलाओं में मासिक धर्म चक्र 21 से 28 दिन होता है । इनसे अधिक या कम होने पर अनियमित मासिक धर्म चक्र कहा जाता है । वही एक्सपर्ट का कहना है कि मासिक धर्म नियमित रूप से एक निश्चित अंतराल में होना चाहिए । यही कारण है पीरियड्स को जल्दी लाने का प्रयास करती हैं ।
● रजोनिवृत्ति से बचने के लिए – एक निश्चित उम्र के पड़ाव के बाद रजोनिवृत्ति होना आम हैं । ऐसे में महिलाओं को अधिक उम्र सताने लगती हैं । रजोनिवृत्ति के दौरान नियमित पीरियड्स की समस्या आम हैं । इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेना अनिवार्य समझे ।
पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से लड़का पैदा होता है
वैज्ञानिक दृष्टि से, पुरुष (Y) और महिला (X) क्रोमोसोम पर निर्भर करता है कि लड़का या लड़की पैदा होगी। अगर ओव्यूलेशन के दिन संबंध बनाए जाएं, तो लड़का होने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि Y क्रोमोसोम तेज़ होते हैं।
ओव्यूलेशन डेट कैलकुलेट करें – आमतौर पर पीरियड के 14वें दिन ओव्यूलेशन होता है।
ओव्यूलेशन के दौरान संबंध बनाएं – इस समय लड़का पैदा होने की संभावना अधिक होती है।
सेक्स पोजीशन का ध्यान रखें – गहराई से स्पर्म जाने से Y क्रोमोसोम की संभावना बढ़ सकती है।
क्या खाने से पीरियड्स आते है ?
● गुड़ खाने से पीरियड्स आने के चांस ज्यादा होती है क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है ।
● दालचीनी, गाजर व अदरक भी काफी असरदार मानी जाती है ।
● सिट्रस फल से विटामिन सी मिलता है जो महावारी का शीध्रपतन होता । प्रोजेस्ट्रन में बढ़ोतरी होती है। जिससे पीरियड़स जलदी होते हैं।
● कच्चा पपीता – कच्चा पपीता आसानी से मिल जाता है। पपीता खाने से गर्भाशय में तनाव या कसाव रहता है जिस कारण महावारी समय पर आती है। कच्चे पपीते का जूस बनाकर पीने से भी लगभ मिलता है।
● सौंफ – सौंफ को पानी में भिगोकर । उबाल कर उसे छानकर पानी को पीने से लाभ होता है ।
पीरियड के 1 दिन पहले संबंध बनाना चाहिए
पीरियड के 1 दिन पहले संबंध बनाने को लेकर महिलाओं के मन में कई सवाल होते हैं। इसके कुछ फायदे और नुकसान हैं:
फायदे:
मूड में सुधार होता है – हार्मोनल बदलाव के कारण पीरियड से पहले मूड स्विंग्स होते हैं, और संबंध बनाने से शरीर में ऑक्सिटोसिन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे स्ट्रेस कम होता है।
दर्द कम हो सकता है – ऑर्गैज़्म के दौरान गर्भाशय सिकुड़ता है, जिससे पीरियड के दौरान ऐंठन कम हो सकती है।
पीरियड जल्दी आ सकता है – संबंध बनाने से ब्लड फ्लो बढ़ सकता है, जिससे पीरियड समय से पहले आ सकता है।
नुकसान:
संक्रमण का खतरा – पीरियड से पहले गर्भाशय अधिक संवेदनशील होता है, जिससे इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है।
अनचाही गर्भावस्था का खतरा – अगर महिला का ओव्यूलेशन देर से हुआ हो, तो गर्भधारण की संभावना हो सकती है।
असहजता महसूस हो सकती है – हार्मोनल बदलाव के कारण कुछ महिलाओं को इस समय असहज महसूस हो सकता है।
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पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकते हैं
हां, आप पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकते हैं, लेकिन इसके परिणाम पूरी तरह से सटीक नहीं हो सकते। आमतौर पर, गर्भावस्था परीक्षण गर्भधारण के बाद शरीर में बनने वाले hCG (ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन) हार्मोन का पता लगाकर काम करता है। यह हार्मोन निषेचन के बाद बढ़ना शुरू करता है, लेकिन यह इतनी जल्दी पर्याप्त मात्रा में नहीं बनता कि बहुत शुरुआती चरण में टेस्ट इसे पहचान सके। कुछ अत्यधिक संवेदनशील प्रेगनेंसी टेस्ट पीरियड मिस होने से 4-5 दिन पहले भी सकारात्मक परिणाम दे सकते हैं, लेकिन इनकी विश्वसनीयता कम हो सकती है। अधिक सटीक परिणाम के लिए पीरियड मिस होने के बाद या डॉक्टर द्वारा सुझाए गए समय पर टेस्ट करना बेहतर होता है।
पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से गर्भ नहीं ठहरता
पीरियड के बाद गर्भधारण की संभावना महिला के मासिक चक्र पर निर्भर करती है। आमतौर पर, यदि महिला का मासिक चक्र 28 दिनों का है, तो ओव्यूलेशन लगभग 14वें दिन के आसपास होता है, और इस दौरान गर्भधारण की संभावना सबसे अधिक होती है। पीरियड खत्म होने के तुरंत बाद, यानी पहले 5 से 7 दिन तक गर्भ ठहरने की संभावना बहुत कम होती है, क्योंकि उस समय अंडाणु रिलीज नहीं होता। हालांकि, यह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं माना जा सकता, क्योंकि स्पर्म महिला के शरीर में 3 से 5 दिन तक जीवित रह सकते हैं और यदि ओव्यूलेशन जल्दी हो जाए, तो गर्भधारण संभव हो सकता है। इसलिए, यदि गर्भधारण रोकना चाहते हैं, तो केवल प्राकृतिक कैलेंडर विधि पर निर्भर न रहें, बल्कि सुरक्षित गर्भनिरोधक उपायों का उपयोग करें।
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